कविता के मूलभाव को ध्यान में रखते हुए बताइए कि इसका शीर्षक ‘विप्लव गायन’ क्यों रखा गया होगा?
कवि समाज में फैली जड़ता, रूढ़िवादिता और कुरीतियों के खिलाफ जाग्रति लाना चाहता है| वो हर किसी को बता रहा है कि स्वाधीनता की मांग उठाओ, तभी परिवर्तन संभव है। समाज का विकास तभी संभव है जब हम आवाज को बुलंद करेंगे। इसलिए कवि ने विप्लव गायन छेड़ा है जिससे लोगों तक कवि की बात पहुंच सके। अब शांति और प्रेम से बात नहीं बन रही है इसलिए क्रांति की चिंगारी जलना जरूरी है। आक्रोश से ही इन कुरीतियों को भस्म किया जा सकता है।